सुनो
सुनो बन जायो न,
वो ताबीज मेरे l
जिसको दिल के,
करीब लगाते ही l
मीठा -मीठा सा,
सुकून मिले l
और उन सब,
बुरी नजर से बचाये l
जो तेरे – मेरे,
बीच में आये l
सुनो बन जायो न,
वो ताबीज मेरे l
जिसको दिल के,
करीब लगाते ही l
मीठा -मीठा सा,
सुकून मिले l
और उन सब,
बुरी नजर से बचाये l
जो तेरे – मेरे,
बीच में आये l