सुनो स्त्री,
सुनो स्त्री,
इतने सम्मान से मत देखो उसे!
उसे…..
जिसने अपने भाषण में
तुम्हे देवी और पूजनीया,
आदरणीया और मातृस्वरूपा
कहा है !
अक्सर
भाषण समाप्त होने पर
वह …..
सारे कागज़ फाड़ देता है!
**** धीरजा शर्मा***
सुनो स्त्री,
इतने सम्मान से मत देखो उसे!
उसे…..
जिसने अपने भाषण में
तुम्हे देवी और पूजनीया,
आदरणीया और मातृस्वरूपा
कहा है !
अक्सर
भाषण समाप्त होने पर
वह …..
सारे कागज़ फाड़ देता है!
**** धीरजा शर्मा***