सुनो सुनो मेरी फरियाद — गीत
बनकर के महामारी आई कैसी यह बीमारी।
चल रही है आफत भारी, है जान कई ने हारी।
संकट में दुनियां सारी,प्रभु रहे न अब यह जारी।
सुनो सुनो मेरी फरियाद,रहे दुनियां यह आबाद।।
बरस डेढ़ है बीता,हाथ अभी भी रीता।
दूर दूर रह जीता,लगी रहती तब भी चिंता।
कई दीप है इसने बुझाए, घर घर आफत के साए।
दिल को हम समझाएं,पर रुदन देख न पाएं।
हो और न अब बर्बाद, आपसे प्रभु मेरी फरियाद।
सुनो सुनो मेरी फरियाद रहे दुनियां यह आबाद।।
राजेश व्यास अनुनय