Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Apr 2022 · 1 min read

सुनो सुनाऊं अनसुनी कहानी

सुनो सुनाऊं अनसुनी कहानी
ना कोई राजा है ना कोई रानी
प्रकृति का यूं ह्रास हो रहा
कम हुए खेत,पेड़ और पानी
सुनो सुनाऊं अनसुनी कहानी
विलुप्त हो रहे पेड़ निराले
पर्वत नदी घाटी और नाले
विलुप्त हुए पक्षी,वन के प्राणी
सुनो सुनाऊं अनसुनी कहानी
हुई वनों की बहुत कटाई
कहीं सड़क कहीं रेल बिछाई
नहीं दिख रही किसी को हानि
सुनो सुनाऊं अनसुनी कहानी
दो देशों में जंग है भारी
बरसे बम मानवता हारी
दोनों ही ने हार कब मानी
सुनो सुनाऊं अनसुनी कहानी
चलो विनोद एक पेड़ लगाएं
कुछ तो अपना फर्ज निभाएं
प्रकृति है अब हमें बचानी
ना कोई राजा ना कोई रानी

Language: Hindi
1 Like · 200 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from VINOD CHAUHAN
View all
You may also like:
तात
तात
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
तुम मुझे दिल से
तुम मुझे दिल से
Dr fauzia Naseem shad
"कवि और नेता"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रेमिका को उपालंभ
प्रेमिका को उपालंभ
Praveen Bhardwaj
*भगवान गणेश जी के जन्म की कथा*
*भगवान गणेश जी के जन्म की कथा*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
तू गीत ग़ज़ल उन्वान प्रिय।
तू गीत ग़ज़ल उन्वान प्रिय।
Neelam Sharma
सुर तेरा मेरा
सुर तेरा मेरा
DR ARUN KUMAR SHASTRI
माँ बाप खजाना जीवन का
माँ बाप खजाना जीवन का
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
सबक
सबक
Dr. Pradeep Kumar Sharma
कुत्ते / MUSAFIR BAITHA
कुत्ते / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
बुंदेली साहित्य- राना लिधौरी के दोहे
बुंदेली साहित्य- राना लिधौरी के दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
**पी कर  मय महका कोरा मन***
**पी कर मय महका कोरा मन***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मै अकेला न था राह था साथ मे
मै अकेला न था राह था साथ मे
Vindhya Prakash Mishra
2802. *पूर्णिका*
2802. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*ज्ञानी की फटकार (पॉंच दोहे)*
*ज्ञानी की फटकार (पॉंच दोहे)*
Ravi Prakash
धिक्कार है धिक्कार है ...
धिक्कार है धिक्कार है ...
आर एस आघात
फ़र्क़..
फ़र्क़..
Rekha Drolia
रमेशराज के दो लोकगीत –
रमेशराज के दो लोकगीत –
कवि रमेशराज
चाँद शीतलता खोज रहा है🙏
चाँद शीतलता खोज रहा है🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"मेरे नाम की जय-जयकार करने से अच्‍छा है,
शेखर सिंह
मोहब्बत की दुकान और तेल की पकवान हमेशा ही हानिकारक होती है l
मोहब्बत की दुकान और तेल की पकवान हमेशा ही हानिकारक होती है l
Ashish shukla
आलता-महावर
आलता-महावर
Pakhi Jain
एक सपना देखा था
एक सपना देखा था
Vansh Agarwal
" माटी की कहानी"
Pushpraj Anant
नई खिड़की
नई खिड़की
Saraswati Bajpai
■ इकलखोरों के लिए अनमोल उपहार
■ इकलखोरों के लिए अनमोल उपहार "अकेलापन।"
*प्रणय प्रभात*
अनवरत ये बेचैनी
अनवरत ये बेचैनी
Shweta Soni
बिन बोले सुन पाता कौन?
बिन बोले सुन पाता कौन?
AJAY AMITABH SUMAN
#एकताको_अंकगणित
#एकताको_अंकगणित
NEWS AROUND (SAPTARI,PHAKIRA, NEPAL)
न काज़ल की थी.......
न काज़ल की थी.......
Keshav kishor Kumar
Loading...