सुनो प्यार का पन्थ कठिन है इसे निभाने मत आना
सुनो प्यार का पन्थ कठिन है इसे निभाने मत आना
हृदय यहां पाषाण सभी के , गीत सुनाने मत आना
यहां समझता नहीं कोई भी परिभाषाऐं प्यार भरीं
सदियों पहलेे छोड़ चुकीं ,यह शहर हवाएं प्यार भरीं
दुर्लभ यहां प्रेम के दर्शन ,जीवन महज दिखावा है
पग पग मन्दिर मगर हृदय में, न काशी न काबा है
विषधर चंदन से शीतलता , लेकर जहर उगल जाते
कहते जीवन अंत साथ निभाने, बीच राह में छोड़ जाते
सुनो प्यार का पन्थ कठिन है इसे निभाने मत आना
हृदय यहां पाषाण सभी के , गीत सुनाने मत आना |
✍🏻.. अजय