Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Apr 2021 · 1 min read

सुनी हो जाती हैं राहें

***** सूनी हो जाती हैं राहें *****
***************************

सूनी हो जाती हैं सारी ही राहें,
छूट जाती हैं जब अपनों की बाहें।

धूमिल हो जाती नसीबों की लकीरें,
नही सुनती पुकार पीर की दरगाहें।

छँटते नहीं है छाये काले बादल,
दूर हो जाती हैं अपनी ही निगाहें।

सुनता नहीं है कोई दिल की पुकार,
देता नही है कोई घर पर पनाहें।

नहीं बदल सकता है कोई तकदीरें,
काम आती हैं खुद की बनाई राहें।

मनसीरत की बातों में है सच्चाई,
झूठी शान शौकत में खोये हो काहे।
***************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
188 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

मुकद्दर
मुकद्दर
Phool gufran
जीत का विधान
जीत का विधान
संतोष बरमैया जय
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार निश्छल
आउट करें, गेट आउट करें
आउट करें, गेट आउट करें
Dr MusafiR BaithA
विश्वास करो
विश्वास करो
TARAN VERMA
जब तुम हारने लग जाना,तो ध्यान करना कि,
जब तुम हारने लग जाना,तो ध्यान करना कि,
पूर्वार्थ
सम्मान पाने के लिए सम्मान देना पड़ता है,
सम्मान पाने के लिए सम्मान देना पड़ता है,
Ajit Kumar "Karn"
हम किसे के हिज्र में खुदकुशी कर ले
हम किसे के हिज्र में खुदकुशी कर ले
himanshu mittra
सिलसिला ये प्यार का
सिलसिला ये प्यार का
सुशील भारती
एक पीढ़
एक पीढ़
sheema anmol
बाहर से खिलखिला कर हंसता हुआ
बाहर से खिलखिला कर हंसता हुआ
Ranjeet kumar patre
🙅प्रावधान से सावधान🙅
🙅प्रावधान से सावधान🙅
*प्रणय*
कहल झूठ हमर की ?
कहल झूठ हमर की ?
श्रीहर्ष आचार्य
12) “पृथ्वी का सम्मान”
12) “पृथ्वी का सम्मान”
Sapna Arora
मात-पिता गुरु का ऋण बड़ा, जन्मों न चुक पाए
मात-पिता गुरु का ऋण बड़ा, जन्मों न चुक पाए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ज़माने ने मुझसे ज़रूर कहा है मोहब्बत करो,
ज़माने ने मुझसे ज़रूर कहा है मोहब्बत करो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"दोषी है कौन"?
Jyoti Pathak
शिखर
शिखर
Kaviraag
" हिम्मत "
Dr. Kishan tandon kranti
नवरात्र के सातवें दिन माँ कालरात्रि,
नवरात्र के सातवें दिन माँ कालरात्रि,
Harminder Kaur
जीवन का बस यही फसाना ,
जीवन का बस यही फसाना ,
Karuna Goswami
बदले में
बदले में
Dr fauzia Naseem shad
कठिन बुढ़ापा...
कठिन बुढ़ापा...
Sunil Suman
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
कौन है जिसको यहाँ पर बेबसी अच्छी लगी
कौन है जिसको यहाँ पर बेबसी अच्छी लगी
अंसार एटवी
दौर ऐसा हैं
दौर ऐसा हैं
SHAMA PARVEEN
छाता
छाता
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
మువ్వగోపాల మురళీధరాయ..
మువ్వగోపాల మురళీధరాయ..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
23/214. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/214. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
क्या यही संसार होगा...
क्या यही संसार होगा...
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...