सुनते हो जी — हाइकु
**** हाइकु** **
सुनते हो जी।
महंगाई ने मारा।
सोचो हमारी ।।— १
पलेगा कैसे।
परिवार हमारा।
आई बीमारी।।— २
बीता है साल।
गया नहीं कौरोना।
हे महामारी।।—– ३
गरीब हम।
वैसे ही आय कम।
आफत जारी।।—- ४
रहम करो।
हम पर विधाता।
संकट भारी।।—— ५
राजेश व्यास अनुनय