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8 Jul 2021 · 1 min read

सुनता हूँ

मैं ही हूँ ऐसा कि मेरी तक़दीर है ऐसी,
दूजे के हिस्से की क्यों मैं ही सुनता हूँ।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी

Language: Hindi
Tag: शेर
3 Likes · 481 Views
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