सुख और दुःख को अपने भीतर हावी होने न दें
सुख और दुःख को अपने भीतर हावी होने न दें
अन्यथा यह आपके मन मस्तिष्क पर प्रहार करेंगे
_ सोनम पुनीत दुबे
सुख और दुःख को अपने भीतर हावी होने न दें
अन्यथा यह आपके मन मस्तिष्क पर प्रहार करेंगे
_ सोनम पुनीत दुबे