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9 May 2022 · 2 min read

*सुकृति ने मदर्स-डे मनाया*

सुकृति ने मदर्स-डे मनाया
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सुकृति ने शाम होने से पहले ही मुझे निमंत्रण दिया ” बाबा आज मदर्स डे है । आप हमारे घर पर आइएगा । ”
मैंने पूछा “मदर्स डे का तुमने क्या सोचा है ?”
वह बोली “सरप्राइज है । जब आएँगे, तो आपको पता चल जाएगा।”
मुझे मालूम था कि सुकृति की कोई अनोखी सोच रहती है । लिहाजा कार्यक्रम से ज्यादा कार्यक्रम की रूपरेखा को जानने की उत्सुकता अधिक थी। कार्यक्रम में मदर्स शब्द की विस्तृत व्याख्या उपस्थित लोगों के साथ सुकृति ने निर्धारित की हुई थी।
सर्वप्रथम सब लोग बैठे और कुछ नृत्य के आयोजन सुकृति ,इष्टी और सारांश ने प्रस्तुत किए । उसके बाद सुकृति द्वारा लाया गया केक काटा गया । सुकृति ने केक का टुकड़ा अपनी दादी श्रीमती संतोष कुमारी को सर्वप्रथम जाकर खिलाया। अन्य सभी मदर्स जिनमें सुकृति की माँ श्रीमती रितु अग्रवाल ,चाची डॉक्टर हर्षिता पूठिया ,चाची श्रीमती पारूल अग्रवाल ,चाची श्रीमती खुशबू अग्रवाल तथा दादी श्रीमती मंजुल रानी उपस्थित थीं, उनको भी सुकृति ने अपने हाथों से केक के पीस खिलाए । बाकी बच्चों ने भी अपने अपने हाथों से सभी मदर्स को केक खिलाया । उसके बाद मिठाई और समोसे खिलाए गए । कोल्ड-ड्रिंक का भी इंतजाम था ।
इसी बीच मैंने सुकृति का इंटरव्यू ले डाला । सुकृति ने बताया कि मदर्स डे मनाने के पीछे उसकी भावना यह थी कि हम बच्चे मदर्स का सम्मान करें ,उनको गिफ्ट दें। क्योंकि वह हमारे लिए बहुत कुछ करती हैं। सुकृति ने बताया कि धरती भी हमारी माता ही होती है ।
“यह सब इंतजाम तुमने कैसे किए ?” मेरे द्वारा यह पूछने पर सुकृति ने कहा ” मेरे छोटे भाई सारांश तथा छोटी बहन इष्टी के साथ मिलकर हम लोगों ने गुब्बारे लगाए तथा सारा सजावट और खाने-पीने का प्रबंध किया है । मेरे पास मेरे जेब-खर्च के रुपए इकट्ठे होते रहते थे तथा मैं उन रुपयों से बाजार से सामान खरीद कर लाई । मैंने लिस्ट बना ली थी । पाँच समोसे खरीद कर लाई ,तीन बंगाली मिठाई के पीस खरीद कर लाई । केक भी मैं स्वयं जाकर बाजार से लाई । मैंने दुकानदार से कहा “मदर्स डे का केक चाहिए और उन्होंने तुरंत केक पर मदर्स-डे लिखकर मुझे दे दिया । ”
सुकृति का यह भी कहना था कि सभी मदर्स एक समान होती हैं अर्थात चाहे चाची हों, ताई हों, माँ हों या दादी हों।
सुकृति के विचार अच्छे हैं । मुझे पसंद आए । मदर्स डे मनाने के लिए सुकृति को ढेरों बधाई।
—————————————————-
लेखक : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

Language: Hindi
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