*प्रभु पाने की विधि सरल ,अंतर के पट खोल(कुंडलिया)*
*धर्म के नाम पर झगड़ा क्यों?*
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
हर एक मंजिल का अपना कहर निकला
मेरी जिंदगी भी तुम हो,मेरी बंदगी भी तुम हो
ऐसे नहीं की दोस्ती,कुछ कायदा उसका भी था।
सुनो, मैं सपने देख रहा हूँ
चार दिन की जिंदगी किस किस से कतरा के चलूं ?
कुछ लोगो के लिए आप महत्वपूर्ण नही है
Sometimes even after finishing the chapter and bidding it a
आजकल कुछ सुधार है प्यारे...?
मैं कभी भी भीड़ के साथ नही खड़ा होना चाहता हूं।