Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 May 2021 · 1 min read

सुकून भरी चाय!

सुकून भरी चाय..
अब तक ..ना पी पाये!

शीतल हवा..
सपनों सा झरना
हंसती सी शाखो का
अपना सा लगना..
माथे की सिलवट
जीवन उलझाए
सुकून भरी चाय…
अब तक ना पी पाये!!

जख्मी सहजता का
अंतिम पड़ाव
सिलते लबों का
अधूरा रिसाव
चाय भरा कप
छलक छलक जाये!
सुकून भरी चाय
अब तक ना पी पाये!!

मीठे लहज़ोंं का
ठंडा सत्कार
अपनों की आंखों का
तिरस्कृत वो प्यार
चश्मा धुधंलाये
यूं ही बार बार

सुकून भरी चाय
अब तक ना पी पाये!

स्वरचित
रश्मि लहर
लखनऊ

Language: Hindi
3 Likes · 483 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बिन मौसम बरसात
बिन मौसम बरसात
लक्ष्मी सिंह
एक सपना देखा था
एक सपना देखा था
Vansh Agarwal
कविता - छत्रछाया
कविता - छत्रछाया
Vibha Jain
इस गुज़रते साल में...कितने मनसूबे दबाये बैठे हो...!!
इस गुज़रते साल में...कितने मनसूबे दबाये बैठे हो...!!
Ravi Betulwala
इस घर से .....
इस घर से .....
sushil sarna
मंजिल एक है
मंजिल एक है
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
सांसे केवल आपके जीवित होने की सूचक है जबकि तुम्हारे स्वर्णिम
सांसे केवल आपके जीवित होने की सूचक है जबकि तुम्हारे स्वर्णिम
Rj Anand Prajapati
"अदा"
Dr. Kishan tandon kranti
सत्य की खोज अधूरी है
सत्य की खोज अधूरी है
VINOD CHAUHAN
तन्हा तन्हा ही चलना होगा
तन्हा तन्हा ही चलना होगा
AMRESH KUMAR VERMA
इश्क़ और इंकलाब
इश्क़ और इंकलाब
Shekhar Chandra Mitra
खूबसूरत है....
खूबसूरत है....
The_dk_poetry
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
मजबूरी
मजबूरी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*भूल कर इसकी मीठी बातों में मत आना*
*भूल कर इसकी मीठी बातों में मत आना*
sudhir kumar
सियासत में सारे धर्म-संकट बेचारे
सियासत में सारे धर्म-संकट बेचारे "कटप्पाओं" के लिए होते हैं।
*प्रणय प्रभात*
2358.पूर्णिका
2358.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
हर पल तलाशती रहती है नज़र,
हर पल तलाशती रहती है नज़र,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
गीत मौसम का
गीत मौसम का
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
करे मतदान
करे मतदान
Pratibha Pandey
शहीदों लाल सलाम
शहीदों लाल सलाम
नेताम आर सी
Quote - If we ignore others means we ignore society. This way we ign
Quote - If we ignore others means we ignore society. This way we ign
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
रोगी जिसका तन हुआ, समझो तन बेकार (कुंडलिया)
रोगी जिसका तन हुआ, समझो तन बेकार (कुंडलिया)
Ravi Prakash
🌹मेरे जज़्बात, मेरे अल्फ़ाज़🌹
🌹मेरे जज़्बात, मेरे अल्फ़ाज़🌹
Dr .Shweta sood 'Madhu'
जिम्मेदारी और पिता (मार्मिक कविता)
जिम्मेदारी और पिता (मार्मिक कविता)
Dr. Kishan Karigar
यह जो आँखों में दिख रहा है
यह जो आँखों में दिख रहा है
कवि दीपक बवेजा
जय मां ँँशारदे 🙏
जय मां ँँशारदे 🙏
Neelam Sharma
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
"वट वृक्ष है पिता"
Ekta chitrangini
Loading...