Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 May 2023 · 1 min read

”सुकून की तलाश”

कविता-19
सुकून की तलाश में दर -दर भटकता रहा ,
किसी का साथ पाने को मैं तरसता रहा ,
तमन्ना रही सदा से कोई ऐसा मिले ,
जिसके साथ कुछ पल सुकून के गुजार लू ,
दिल के जज्बातों को बेखौफ कह सकूँ ,
अपनी हार पर उसके कंधे में सर रख रो सकूँ ,
आँखों की नमी को सुखाने की जल्दी ना करुँ ,
तमन्ना रही सदा से कोई ऐसा मिले जिसके
साथ दिल का हर दर्द बाँट सकूँ

64 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from शिव प्रताप लोधी
View all
You may also like:
न चाहिए
न चाहिए
Divya Mishra
जितनी तेजी से चढ़ते हैं
जितनी तेजी से चढ़ते हैं
Dheerja Sharma
"*पिता*"
Radhakishan R. Mundhra
उछल कूद खूब करता रहता हूं,
उछल कूद खूब करता रहता हूं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
राखी सांवन्त
राखी सांवन्त
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हर खुशी को नजर लग गई है।
हर खुशी को नजर लग गई है।
Taj Mohammad
धरती
धरती
manjula chauhan
गंगा की जलधार
गंगा की जलधार
surenderpal vaidya
मंगलमय हो आपका विजय दशमी शुभ पर्व ,
मंगलमय हो आपका विजय दशमी शुभ पर्व ,
Neelam Sharma
हथेली पर जो
हथेली पर जो
लक्ष्मी सिंह
नारी
नारी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
#दोहा-
#दोहा-
*Author प्रणय प्रभात*
मैं तेरा श्याम बन जाऊं
मैं तेरा श्याम बन जाऊं
Devesh Bharadwaj
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
रजा में राजी गर
रजा में राजी गर
Satish Srijan
कलम वो तलवार है ,
कलम वो तलवार है ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
!! घड़ी समर की !!
!! घड़ी समर की !!
Chunnu Lal Gupta
*गाता गाथा राम की, तीर्थ अयोध्या धाम (कुंडलिया)*
*गाता गाथा राम की, तीर्थ अयोध्या धाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
उफ़ वो उनकी कातिल भरी निगाहें,
उफ़ वो उनकी कातिल भरी निगाहें,
Vishal babu (vishu)
छोड़ऽ बिहार में शिक्षक बने के सपना।
छोड़ऽ बिहार में शिक्षक बने के सपना।
जय लगन कुमार हैप्पी
कलयुग और महाभारत
कलयुग और महाभारत
Atul "Krishn"
जीवन मे
जीवन मे
Dr fauzia Naseem shad
2684.*पूर्णिका*
2684.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सरस्वती वंदना । हे मैया ,शारदे माँ
सरस्वती वंदना । हे मैया ,शारदे माँ
Kuldeep mishra (KD)
"कहाँ ठिकाना होगा?"
Dr. Kishan tandon kranti
तुम्हें लिखना आसान है
तुम्हें लिखना आसान है
Manoj Mahato
आँख अब भरना नहीं है
आँख अब भरना नहीं है
Vinit kumar
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी।
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी।
सत्य कुमार प्रेमी
बेटियां
बेटियां
Dr Parveen Thakur
आज तुम्हारे होंठों का स्वाद फिर याद आया ज़िंदगी को थोड़ा रोक क
आज तुम्हारे होंठों का स्वाद फिर याद आया ज़िंदगी को थोड़ा रोक क
पूर्वार्थ
Loading...