सुकूं का प्यासा है।
पास है दौलत का समंदर,,,
फिर भी दिल सुकूं का प्यासा है।।
खरीदे जज़्बातों से यहां पे,,,
कौन खुद को खुश रख पाया है।।
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️
पास है दौलत का समंदर,,,
फिर भी दिल सुकूं का प्यासा है।।
खरीदे जज़्बातों से यहां पे,,,
कौन खुद को खुश रख पाया है।।
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️