सुंदर श्याम
सुंदर सांवल श्याम का, रूप घटा घनघोर।
नैन नशीले प्रेम के,छलिया है चित चोर।।
रल -मिल कर सब गोपियां, गावे मंगल गीत।
नाच-नाच कर राधिका, घेरे रूठा मीत।।
मधुर अधर पर रागिनी,छेड़े मुरली तान।
सुध-बुध खोती गोपियां, खोवे अपना मान।।
जन्म-जन्म के प्रेम की, बंधी है ऐसी डोर।
भक्ति करे घन श्याम की, राधे-राधे शोर ।।
ललिता कश्यप जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश