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27 Jan 2024 · 1 min read

*सुंदर दिखना अगर चाहते, भजो राम का नाम (गीत)*

सुंदर दिखना अगर चाहते, भजो राम का नाम (गीत)
________________________
सुंदर दिखना अगर चाहते, भजो राम का नाम
1)
सॉंसें सुरभित हो जाती हैं, राम-नाम जो भजते
दिव्य तरंगों के प्रवाह से, भीतर-बाहर सजते
शांत सौम्य मुस्कुराते हैं वह, रखते मन निष्काम
2)
जिसके मन में राम बस गए, शत्रु-रहित हो जाता
मानव क्या पशु-पक्षी तक भी, उसका मित्र कहाता
प्रेम-भाव में डूबी उसकी, सुबह डूबती शाम
3)
भजने वाला राम-नाम को, परहित जीवन जीता
सदा बॉंटता अमृत राम का, गरल हर्ष से पीता
संतोषी की कहलाती है, देह अयोध्या धाम
सुंदर दिखना अगर चाहते, भजो राम का नाम
————————————–
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

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