सीमा का प्रहरी
सीमा के हर प्रहरी को मैं, हर दिन नमन हूं करता।
जो वतन की खातिर जीता, और शान से है मरता।।
वह सीमा का प्रहरी है तो, देश में अमन-चैन है।
दुश्मनों का दुश्मन है हम सब उसके फैन हैं।।
मेरे देश का हर वासी अब, किसी से नहीं डरता।
जो वतन की खातिर जीता ……………….
तन की वर्दी हर प्रहरी का, मान और अभिमान है।
हम सबकी नजरों में उन, सब के प्रति सम्मान है।।
क्या बच्चा क्या बूढ़ा हरेक, उनको सैल्यूट है करता।
जो वतन की खातिर जीता ……………….
बम और गोली से उनका, हर दिन का नाता है।
“भारत देश है मेरा अपना”, गीत हर पल गाता है।।
गोली खाकर वह शहीद हुआ, कभी नहीं है वह मरता।
जो वतन की खातिर जीता और शान से है मरता।।
सीमा के हर प्रहरी को मैं, हर दिन नमन हूं करता।
जो वतन की खातिर जीता, और शान से है मरता।।
वीर कुमार जैन
18 जुलाई 2021