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11 Sep 2018 · 1 min read

सीने में रख

मर जाएगा कोई तुम्हें याद करके
क्या मिलेगा जिंदगी बर्बाद करके

कोई जन्नत की चाह नहीं है मौला
लौट आया हूँ खाली फरियाद करके

जले हुए दिल से तो धूआँ ही उठेगा
क्या देखते हो फिर बरसात करके

मेरी तबाही में एक नाम तेरा भी है
फिर क्यों रोती हो सुबह शाम करके

अब दिल पत्थर का ना रख यारा
सीने में रख ‘राज ‘को राज करके
☆☆☆

राज स्वामी

2 Likes · 1 Comment · 288 Views
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