सीख
होशले बुलंद रखो,
फ़शले कम रखो|
दिन नहीं गिनो,
छोटे छोटे पल जियो|
आगे ऐसे बढ़ो
कि जिंदगी में कभी ना रुको,
इतना पढ़ो,
जितना तुम खुश रहो|
हालात नहीं देखो,
अपनी पहचान बनाओ|
कोई कहे ना सके गवार,
इतनी कर दो अपनी नई पार|
दुख मत गिनो,
अपने सुख को देखो,
लोगों पर हसना नही
उन्हें हसना सीखो|
किसीसे मत डरो ,
बस आगे बढ़ो,
किसी की कमिया मत निकालो,
बस खुद को निखारो,
ऐसे जियो अपनी ज़िन्दगी
कि मरने के बाद लोग कहें
”ये है ज़िन्दगी’|