सीख
तलबों में चोटियाँ टेकना आ गया।
झाँसे की गोटियाँ फेकना आ गया।
एक नेता की संगत में था चार दिन,
मुझको भी रोटियाँ सेकना आ गया।
संजय नारायण
तलबों में चोटियाँ टेकना आ गया।
झाँसे की गोटियाँ फेकना आ गया।
एक नेता की संगत में था चार दिन,
मुझको भी रोटियाँ सेकना आ गया।
संजय नारायण