सीख लिया
आज दिल टूटा है पर ख़ुद को संभालना सीख लिया,
एक ज़ख़्म लगा है,पर मरहम लगाना सीख लिया ,
बहुत अरसे बाद ख़ुद से बातें की मैंने ,
तेरे सिवा भी कोई मेरा है,ये जाना भी सीख लिया ।
कब से खुद पर पहरेदारी की मैंने,
मेरे भी पर हैं, उड़ सकता हूँ,आज ये भी सीख लिया,
अब तू वापस आए ना आए,या मुझे बुलाए,
मैं अपनी अना की खातिर कुछ भी कर सकता हूँ मैंने सीख लिया।