सीखना
जियो एसे जैसे कल तुम मर जाओगे,
सीखो ऐसे जैसे तुम अमर रहोगे।
-महात्मा गांधी
सीखना, इसने यहाँ एक बहुत बड़ा मतलब अौर महत्व इस एहसास के साथ लिया है कि एक बुद्धिमान व्यक्ति हमेशा कुछ नया सीखने की इच्छा रखता है ; जबकी सैकड़ों लोगो की सोच है कि सीखना बस एकेडमिक प्रयासों तक ही सीमित है। सारा जीवन सीखने वाला व्यक्ति अपनी अतृप्त जिज्ञासा के साथ ये समझ जाता है कि सीखने की शुरुआत औपचारिक शिक्षा के बाद होती है। वो साभिप्राय शिष्य होते है जो हर मुमकिन स्त्रोत अौर अवसर से ज्ञान ग्रहण करता है।
तो, जीवन का छात्र बनें, एक शिक्षार्थी का रवैया अपनाए। दिमाग खुला रखें और नए विचार और विषय का अन्वेषण करें। हर अनुभव में सबक की तलाश करें और खुदसे पूछें “इससे मै क्या सीख सकता हूं?”
क्योंकि जीवन और व्यवसाय में हम नहीं जानते कि हम क्या नहीं जानते।
जीवन सीखने और सुधार करने की एक महान यात्रा है।
-वेधा सिंह