Dr Arun Kumar shastri एक अबोध बालक
बड़े सलीके, सुकून और जज़्बात से
Genuine friends lift you up, bring out the best in you, and
गुलाल का रंग, गुब्बारों की मार,
समस्याओं से भागना कायरता है
रिमझिम रिमझिम बारिश में .....
बेशक प्यार उनसे बेपनाह था
सगीर की ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
क्या करना उस मित्र का, मुँह पर करता वाह।
सुबह का नमस्कार ,दोपहर का अभिनंदन ,शाम को जयहिंद और शुभरात्र
ज़िम्मेदार ठहराया गया है मुझको,
सागर की लहरों
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
*जानो होता है टिकट, राजनीति का सार (कुंडलिया)*
रतन टाटा जी की बात थी खास
ग़ज़ल _ खुशी में खुश भी रहो ,और कामना भी करो।
उम्र के हर एक पड़ाव की तस्वीर क़ैद कर लेना
किसने कहा, आसान था हमारे 'हम' से 'तेरा' और 'मेरा' हो जाना