सिवा हमारे नफ़रतों को मिटाने वाला कौन है
सिवा हमारे नफ़रतों को मिटाने वाला कौन है
हिंदुस्तान को मोहब्बत सिखाने वाला कौन है
वो और होंगे जो कहा दुनियाँ का सुनते हैं
तूफ़ानों को रास्ते बताने वाला कौन है
सोये हुओं को होगी गरज मुरगे के बांग की
आफ़ताब को नींद से जगाने वाला कौन है
हदें अपनी परवाज़ की तय करते हैं खुद ही वो
परिन्दो को आसमाँ पर उड़ाने वाला कौन है
रंग-ओ-खुश्बू के सिवा नहीं ज़िंदगी का सबब
खूबसूरत गुलों को महकाने वाला कौन है
तेज़ धूप और बारिशें कोशिश हज़ार कर लें
दुनियाँ में परबतों को हिलाने वाला कौन है
किसी ने भी कहा नहीं तुम्हें याद करेंगे
‘सरु’को हाये हिचकियाँ दिलाने वाला कौन है