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17 May 2023 · 1 min read

सिला

खुशी की चाह में गम को गले लगाते रहे
कोई दुश्मन ना रहा दोस्त यूं बनाते रहे
अजब सिला ‘चिराग’ सादगी का हमको मिला
वफा निभाते रहे हम, वो आजमाते रहे

Language: Hindi
1 Like · 37 Views
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