सिलसिला शायरी से
सिलसिला शायरी से
गुफ़्तगू का
यूँ ही बरकरार रखते हैं
देखते हैं
अल्फाजों में गूंथा इश्क़
दिल पे तेरे
असर कब करता है
हिमांशु Kulshrestha
सिलसिला शायरी से
गुफ़्तगू का
यूँ ही बरकरार रखते हैं
देखते हैं
अल्फाजों में गूंथा इश्क़
दिल पे तेरे
असर कब करता है
हिमांशु Kulshrestha