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26 Jul 2019 · 1 min read

सिरदर्द

सिरदर्द

कुछ एक
लेकर आते हैं
धरती पर
अपने साथ सिरदर्द

जो भी उनके
आता है संपर्क में
दे जाते हैं उसे
सिरदर्द

उनके लिए
सब उत्सव-पर्व
हैं बेकार

उत्सव-पर्व भी
मनाते हैं
सिरदर्द में ही

सिरदर्द है उनका
परमोधर्म
कितना अच्छा होता
गर होता
उनका नाम सिरदर्द

-विनोद सिल्ला©

Language: Hindi
1 Like · 376 Views
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