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1 Sep 2020 · 1 min read

सियाराम

हम द्वार खड़े कबसे, हे नाथ चले आओ।
ले मातु सिया को भी, अब साथ चले आओ।
करते हैं भजन निशि दिन,विनती ये सुनो सबकी-
कोदंड उठाकर अब, ले हाथ चले आओ।

Language: Hindi
1 Like · 305 Views
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