Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Apr 2023 · 1 min read

हजार आंधियां आये

हजार आंधियां आये
हजार तूफ़ाँ आये
जो जल गया चिराग -ए मुहब्बत
वो बुझ नहीं सकता

146 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from shabina. Naaz
View all
You may also like:
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
Ranjeet kumar patre
गुम है सरकारी बजट,
गुम है सरकारी बजट,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
दोहे
दोहे
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
परिपक्वता (maturity) को मापने के लिए उम्र का पैमाना (scale)
परिपक्वता (maturity) को मापने के लिए उम्र का पैमाना (scale)
Seema Verma
मुख  से  निकली पहली भाषा हिन्दी है।
मुख से निकली पहली भाषा हिन्दी है।
सत्य कुमार प्रेमी
हिटलर
हिटलर
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
सुस्ता लीजिये थोड़ा
सुस्ता लीजिये थोड़ा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
*कभी कटने से पहले भी,गले में हार होता है 【मुक्तक】*
*कभी कटने से पहले भी,गले में हार होता है 【मुक्तक】*
Ravi Prakash
ज़िंदगी की उलझन;
ज़िंदगी की उलझन;
शोभा कुमारी
जाते जाते मुझे वो उदासी दे गया
जाते जाते मुझे वो उदासी दे गया
Ram Krishan Rastogi
हिन्दी दोहा बिषय- न्याय
हिन्दी दोहा बिषय- न्याय
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मेरा नौकरी से निलंबन?
मेरा नौकरी से निलंबन?
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*****नियति*****
*****नियति*****
Kavita Chouhan
संकट मोचन हनुमान जी
संकट मोचन हनुमान जी
Neeraj Agarwal
3130.*पूर्णिका*
3130.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कौन है वो .....
कौन है वो .....
sushil sarna
साईं बाबा
साईं बाबा
Sidhartha Mishra
प्रेम को भला कौन समझ पाया है
प्रेम को भला कौन समझ पाया है
Mamta Singh Devaa
उम्र  बस यूँ ही गुज़र रही है
उम्र बस यूँ ही गुज़र रही है
Atul "Krishn"
गुलाब के काॅंटे
गुलाब के काॅंटे
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
"कहानी मेरी अभी ख़त्म नही
पूर्वार्थ
गांधी से परिचर्चा
गांधी से परिचर्चा
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
💐प्रेम कौतुक-403💐
💐प्रेम कौतुक-403💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दर्द ए दिल बयां करु किससे,
दर्द ए दिल बयां करु किससे,
Radha jha
बहुत यत्नों से हम
बहुत यत्नों से हम
DrLakshman Jha Parimal
वो मेरे दर्द को
वो मेरे दर्द को
Dr fauzia Naseem shad
■ लिख दिया है ताकि सनद रहे और वक़्त-ए-ज़रूरत काम आए।
■ लिख दिया है ताकि सनद रहे और वक़्त-ए-ज़रूरत काम आए।
*Author प्रणय प्रभात*
जिंदगी है बहुत अनमोल
जिंदगी है बहुत अनमोल
gurudeenverma198
"किसी के लिए"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...