सिफ़र
जब -जब देखे तुझे ये आँखे, दिल बेक़रार होता है
ना जाने क्यों मन को तुझपर ही ऐतबार होता है
करती है बातें ये आँखे उसकी, जो ख्यालों में बसा हो
भावनाओं की जो बात समझे, उसी से प्यार होता है
सिफ़र सी जब जिंदगी होने , लगे,टूट रहा हो अंतर्मन
बनके उसकी हिम्मत , साहस, ऐसा दिलदार होता है
सोच के उसकी बातों को ,जब-जब मन प्रफुल्लित हो
जिंदगी में आने से उसकी बहार ,दिल गुलजार होता है
ताकत बन जाए प्रेम अगर ,तो जिंदगी मुस्कुराती है
बनके अपने मीत का गीत , ऐसा किरदार होता है
ममता रानी
झारखंड