सितारों से सजाऊँगा
मुक्तक – सितारों से सजाऊँगा
============================
तेरी नाजुक कलाई के लिए,कंगन दिलाऊँगा।
दीवानी माँग मैं तेरी,सितारों से सजाऊँगा।
अगर जानम कभी बनकर,मेरे जीवन में आ जाओ।
तुम्हे बाँहो के झूले में,हर एक दिन मैं झुलाऊँगा।
घटाओं की तरह छाकर, दीवानी तुम न ढल जाना।
कभी बन बेवफा जानम, मुझे पथ में न छल जाना।
मिले तुमको अगर मुझसे,भी ज्यादा चाहने वाला।
छोड़कर हाथ मेरे हाथ से,तुम मत बदल जाना।
★★★★★★★★★★★★★★★★★
डिजेन्द्र कुर्रे “कोहिनूर”✍️✍️