Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Apr 2021 · 1 min read

सितारों के जहां में

सितारों के जहां में चले हम, चले हम
कुछ ढूंढने चले हम
कुछ खोजने चले हम
सितारों के जहां की अनोखी बातें जानने चले हम।
रहस्यमय दुनिया की बाते जानने चले हम।
सितारों के जहां में चले हम, चले हम
जिज्ञासा से चले हम
तैयारी से चले हम
अनोखी चंद्रयान की सवारी में चले हम
चंद्रयान भी उड़ाया
हमने फ़ोटो भी खींचे
अंतरिक्ष की पहेली सुलछाने चले हम
वहां पे जो देखा वो सबको सिखाने चले हम
सितारों के जहां में चले हम, चले हम

Language: Hindi
258 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
#मज़दूर
#मज़दूर
Dr. Priya Gupta
*सभी कर्मों का अच्छा फल, नजर फौरन नहीं आता (हिंदी गजल)*
*सभी कर्मों का अच्छा फल, नजर फौरन नहीं आता (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
फितरत कभी नहीं बदलती
फितरत कभी नहीं बदलती
Madhavi Srivastava
"खत"
Dr. Kishan tandon kranti
जनता हर पल बेचैन
जनता हर पल बेचैन
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
Let your thoughts
Let your thoughts
Dhriti Mishra
तू ठहर चांद हम आते हैं
तू ठहर चांद हम आते हैं
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
जो तेरे दिल पर लिखा है एक पल में बता सकती हूं ।
जो तेरे दिल पर लिखा है एक पल में बता सकती हूं ।
Phool gufran
इक बार वही फिर बारिश हो
इक बार वही फिर बारिश हो
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
यादों की महफिल सजी, दर्द हुए गुलजार ।
यादों की महफिल सजी, दर्द हुए गुलजार ।
sushil sarna
जीवन अप्रत्याशित
जीवन अप्रत्याशित
पूर्वार्थ
तेवर
तेवर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"एक नज़्म तुम्हारे नाम"
Lohit Tamta
बड़ी अदा से बसा है शहर बनारस का
बड़ी अदा से बसा है शहर बनारस का
Shweta Soni
"सियासत का सेंसेक्स"
*प्रणय प्रभात*
वासुदेव
वासुदेव
Bodhisatva kastooriya
श्रीराम
श्रीराम
सुरेखा कादियान 'सृजना'
चाय-समौसा (हास्य)
चाय-समौसा (हास्य)
गुमनाम 'बाबा'
अमावस्या में पता चलता है कि पूर्णिमा लोगो राह दिखाती है जबकि
अमावस्या में पता चलता है कि पूर्णिमा लोगो राह दिखाती है जबकि
Rj Anand Prajapati
आवारा बादल
आवारा बादल
पूनम कुमारी (आगाज ए दिल)
हमेशा के लिए कुछ भी नहीं है
हमेशा के लिए कुछ भी नहीं है
Adha Deshwal
मेरे जीवन के इस पथ को,
मेरे जीवन के इस पथ को,
Anamika Singh
🌷मनोरथ🌷
🌷मनोरथ🌷
पंकज कुमार कर्ण
गरीबी मैं खानदानी हूँ
गरीबी मैं खानदानी हूँ
Neeraj Mishra " नीर "
उसकी दोस्ती में
उसकी दोस्ती में
Satish Srijan
2442.पूर्णिका
2442.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
दोगलापन
दोगलापन
Mamta Singh Devaa
बाबा मुझे पढ़ने दो ना।
बाबा मुझे पढ़ने दो ना।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
Yu hi wakt ko hatheli pat utha kar
Yu hi wakt ko hatheli pat utha kar
Sakshi Tripathi
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
Loading...