Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Aug 2021 · 1 min read

सिख कौम की महानता

सारी दुनिया में सिख कौम जैसी ,
महानता न कहीं दी दिखाई ।

गुरु गोबिंद सिंह जी ने बनाया इसे,
कोई तो बात उनके मन में आई ।

समाज हित और देश हित के लिए,
यह बहादुर कौम उन्होंने बनाई ।

बहादुरी और दरियादिली में अव्वल ,
ऐसी मिसाल तो इन्होंने दोहराई ।

वतनपरस्ती में सबसे अग्रणी है ये,
सीमा में जाबांजी इन्होंने सिखाई। ।

कला ,संगीत ,साहित्य,खेल ,राजनीति आदि,
सभी में अपनी महान उपस्थिति दर्शाई ।

शराफत, नेकनीयती और ईमानदारी,
सभी मानवीय गुणों से ओतप्रोत ये भाई।

सारा जग इनके नाम पर भरोसा करे,
यह इज्जत इन्होंने अपने दम पर कमाई।

बेशक आतंकवादियों ने इनका रूप ले,
इनको बदनाम करने की साजिश रचाई ।

मगर सोना तो खरा सोना ही ठहरा न !
उसपर कभी भी न आंच आने पाई ।

अपने गुरु के पंज प्यारों में प्यारे शिष्य,
शिष्य से परिवर्तित वर्तनी सिख हो आई ।

गुरुग्रंथ साहिब को अपनी प्रेरणा मानकर,
अपने गुरुओं की शिक्षा जीवन में अपनाई।

इन्होंने पंजाबी भाषा को सम्मान देने हेतु,
गुरुमुखी लिपी की शान जग में बढ़ाई।

वैसे इन्हें अपनी पंजाबी अति प्यारी ,
मगर इन्होंने अन्य भाषाओं में भी पकड़ बनाई।

जाति ,भाषा,क्षेत्र ,रंग,नस्ल कोई भेदभाव नही,
सभी के लिए स्वादिष्ट लंगर छकाने को ,
सजदा करने को गुरुद्वारा खुला है भाई ।

ऐसी महान कौम को ईश्वर का है प्राप्त वरदान,
ऐसी महान कौम को हमारा कोटि कोटि नमन।

Language: Hindi
3 Likes · 379 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all
You may also like:
ब्रेकअप तो सिर्फ अफेयर में होते है
ब्रेकअप तो सिर्फ अफेयर में होते है
पूर्वार्थ
रमेशराज की वर्णिक एवं लघु छंदों में 16 तेवरियाँ
रमेशराज की वर्णिक एवं लघु छंदों में 16 तेवरियाँ
कवि रमेशराज
वफ़ा
वफ़ा
shabina. Naaz
मेरा भाग्य और कुदरत के रंग..... मिलन की चाह
मेरा भाग्य और कुदरत के रंग..... मिलन की चाह
Neeraj Agarwal
"याद रहे"
Dr. Kishan tandon kranti
श्री राम
श्री राम
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
फूल यूहीं खिला नहीं करते कलियों में बीज को दफ़्न होना पड़ता
फूल यूहीं खिला नहीं करते कलियों में बीज को दफ़्न होना पड़ता
Lokesh Sharma
अगर मैं तमाचा जड़ दूं किसी के अहम पर तो हंगामा ही तो होगा।।
अगर मैं तमाचा जड़ दूं किसी के अहम पर तो हंगामा ही तो होगा।।
Ashwini sharma
फ़िक्र
फ़िक्र
Shyam Sundar Subramanian
2845.*पूर्णिका*
2845.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बर्फ़ के भीतर, अंगार-सा दहक रहा हूँ आजकल-
बर्फ़ के भीतर, अंगार-सा दहक रहा हूँ आजकल-
Shreedhar
"जो खुद कमजोर होते हैं"
Ajit Kumar "Karn"
है जरूरी हो रहे
है जरूरी हो रहे
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
जय मां शारदे
जय मां शारदे
Mukesh Kumar Sonkar
మగువ ఓ మగువా నీకు లేదా ఓ చేరువ..
మగువ ఓ మగువా నీకు లేదా ఓ చేరువ..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
इतनी नाराज़ हूं तुमसे मैं अब
इतनी नाराज़ हूं तुमसे मैं अब
Dheerja Sharma
जीत जुनून से तय होती है।
जीत जुनून से तय होती है।
Rj Anand Prajapati
“मित्रताक स्वागत”
“मित्रताक स्वागत”
DrLakshman Jha Parimal
अधमी अंधकार ....
अधमी अंधकार ....
sushil sarna
निःस्वार्थ रूप से पोषित करने वाली हर शक्ति, मांशक्ति स्वरूपा
निःस्वार्थ रूप से पोषित करने वाली हर शक्ति, मांशक्ति स्वरूपा
Sanjay ' शून्य'
सूरज
सूरज
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
..
..
*प्रणय*
पैसा अगर पास हो तो
पैसा अगर पास हो तो
शेखर सिंह
आंखें
आंखें
Ghanshyam Poddar
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सफ़र में लाख़ मुश्किल हो मगर रोया नहीं करते
सफ़र में लाख़ मुश्किल हो मगर रोया नहीं करते
Johnny Ahmed 'क़ैस'
*
*"हरियाली तीज"*
Shashi kala vyas
*सास और बहू के बदलते तेवर (हास्य व्यंग्य)*
*सास और बहू के बदलते तेवर (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
ख़ैर कुछ और दिन लगेंगे तुमसे कुछ कहने को,
ख़ैर कुछ और दिन लगेंगे तुमसे कुछ कहने को,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
भुक्त - भोगी
भुक्त - भोगी
Ramswaroop Dinkar
Loading...