Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Feb 2022 · 2 min read

सिंहवाड़ा

आइये दिखाता हूँ आज मैं अपने गाँव का ऐतिहासिक नज़ारा

जहाँ बहती है बुढ़नद की कलकल धारा

1416 में सुलतान इब्राहिम का सेनापति गयास बेग
जब मिथिला राज पर टूट पड़ा
तब राजा शिव सिंह के भाई राजा पद्म सिंह एक वीरान जंगल में
कवि कोकिल विद्यापति ठाकुर के संग जहाँ डाला अपना डेरा।।

जिसका प्रमाण आज भी मौजूद है पदुम स्थान और पद्मौली पोखरा।।

राजा के सेना में आये अलग अलग जाति के लोग अपार
ब्राहमण क्षत्रिय कायस्थ भाट एवं भूमिहार
मलाह बरई ग्वाला धानुक तथा सोनार
बैठा पासवान चौधरी राम व कहार
नोनिया बनिया कोईरी हजाम और थे लोहार
उस समय यही लोग राजा के जीवनक्रम का रहे आधार।।

समय बदला इतिहास बदला, बदल गया संसार
कुछ लोग तो राजा के साथ चले गए रजवाड़ा
कुछ के लिए यही धरती बन गई जीवन का सहारा।।

सिंह का मतलब होता है राजा
निवास को कहते हैं वाड़ा
अर्थात सिंह का जो रहा है वाड़ा
ऐसे पड़ा मेरे गाँव का नाम ‘सिंहवाड़ा’।।

अब चलते हैं वर्तमान में

मंदिर मस्जिद स्कूल कॉलेज और बाज़ार
अस्पताल थाना प्रखंड मुख्यालय से है सुशोभित नगर पंचायत ‘सिंहवाड़ा’ जो है गाँव हमारा।।

रहते हैं जहाँ
ठाकुर झा मिश्रा पाण्डे और महराज
कुछ घर हैं बैठा राम भगत संग कमती
यादव मंडल महतो शर्मा सहनी
एक घर में रहते हैं चौधरी
कहार पासवान राय राऊत सिन्हा
कुछ घर रहते हैं पासी और कूज़रा
अपना अपना सब का है बोलबाला
हम सब हैं अपने गाँव का हैं मौलिक रखवाला।।

गाँव के लोग प्रतिदिन करते हैं जहाँ पूजा ध्यान
वह जगह है मंदिर राधाकृष्ण बजरंवली बाबा बटेश्वर नाथ और काली स्थान।।

आइये घूम लीजिए मेरा घर भी ज़रा
टोले राम कुंज है दमन बाबू का पोखरा
गाँव के टोले में जिनके घर के छत पर है खपड़ा
वो सिर्फ़ एक ही घर है जो है मेरा।।

बहे ‘पवन’ करे किलोल आदर्श गाँव की बोली बोल
रखें सब नेक आचार श्रेष्ठ व्यवहार
एक एक चेहरा हैं गाँव का मोहरा
पड़ने ना दे इस पर कुहरा।।

अधिकारी और अलाधिकारी से है भरा पड़ा
इतना सुन्दर कितना प्यारा सबसे न्यारा है गाँव हमारा।।
जय सिंहवाड़ा।।

प्रस्तुति:
पवन ठाकुर “बमबम”
गुरुग्राम
दिनांक: 16.03.2021

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 181 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हे राम तुम्हारा अभिनंदन।
हे राम तुम्हारा अभिनंदन।
सत्य कुमार प्रेमी
■ #NETA को नहीं तो #NOTA को सही। अपना #VOTE ज़रूर दें।।
■ #NETA को नहीं तो #NOTA को सही। अपना #VOTE ज़रूर दें।।
*प्रणय प्रभात*
मुलाकात अब कहाँ
मुलाकात अब कहाँ
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
Every moment has its own saga
Every moment has its own saga
अमित
वैर भाव  नहीं  रखिये कभी
वैर भाव नहीं रखिये कभी
Paras Nath Jha
प्रेम स्वप्न परिधान है,
प्रेम स्वप्न परिधान है,
sushil sarna
मैं मधुर भाषा हिन्दी
मैं मधुर भाषा हिन्दी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
" यहाँ कई बेताज हैं "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
जिंदगी ना जाने कितने
जिंदगी ना जाने कितने
Ragini Kumari
सरस्वती वंदना-6
सरस्वती वंदना-6
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
"सूत्र"
Dr. Kishan tandon kranti
बड़ी मादक होती है ब्रज की होली
बड़ी मादक होती है ब्रज की होली
कवि रमेशराज
ये एहतराम था मेरा कि उसकी महफ़िल में
ये एहतराम था मेरा कि उसकी महफ़िल में
Shweta Soni
बस एक ही मुझको
बस एक ही मुझको
Dr fauzia Naseem shad
**पर्यावरण दिवस **
**पर्यावरण दिवस **
Dr Mukesh 'Aseemit'
कठपुतली
कठपुतली
Shyam Sundar Subramanian
*डॉ मनमोहन शुक्ल की आशीष गजल वर्ष 1984*
*डॉ मनमोहन शुक्ल की आशीष गजल वर्ष 1984*
Ravi Prakash
आखिर तेरे इस हाल का, असल कौन जिम्मेदार है…
आखिर तेरे इस हाल का, असल कौन जिम्मेदार है…
Anand Kumar
सफ़र में लाख़ मुश्किल हो मगर रोया नहीं करते
सफ़र में लाख़ मुश्किल हो मगर रोया नहीं करते
Johnny Ahmed 'क़ैस'
𑒧𑒻𑒟𑒱𑒪𑒲 𑒦𑒰𑒭𑒰 𑒮𑒧𑓂𑒣𑒴𑒩𑓂𑒝 𑒠𑒹𑒯𑒏 𑒩𑒏𑓂𑒞 𑒧𑒹 𑒣𑓂𑒩𑒫𑒰𑒯𑒱𑒞 𑒦 𑒩𑒯𑒪 𑒁𑒕𑒱 ! 𑒖𑒞𑒻𑒏
𑒧𑒻𑒟𑒱𑒪𑒲 𑒦𑒰𑒭𑒰 𑒮𑒧𑓂𑒣𑒴𑒩𑓂𑒝 𑒠𑒹𑒯𑒏 𑒩𑒏𑓂𑒞 𑒧𑒹 𑒣𑓂𑒩𑒫𑒰𑒯𑒱𑒞 𑒦 𑒩𑒯𑒪 𑒁𑒕𑒱 ! 𑒖𑒞𑒻𑒏
DrLakshman Jha Parimal
मत कहना ...
मत कहना ...
SURYA PRAKASH SHARMA
ग़ज़ल _ मंज़िलों की हर ख़बर हो ये ज़रूरी तो नहीं ।
ग़ज़ल _ मंज़िलों की हर ख़बर हो ये ज़रूरी तो नहीं ।
Neelofar Khan
आपसे कोई लड़की मोहब्बत नही करती बल्की अपने अंदर अंतर्निहित व
आपसे कोई लड़की मोहब्बत नही करती बल्की अपने अंदर अंतर्निहित व
Rj Anand Prajapati
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
वह मुझे दोस्त कहता, और मेरी हर बेबसी पर हँसता रहा ।
वह मुझे दोस्त कहता, और मेरी हर बेबसी पर हँसता रहा ।
TAMANNA BILASPURI
राज़ की बात
राज़ की बात
Shaily
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
बेकसूर तुम हो
बेकसूर तुम हो
SUNIL kumar
3786.💐 *पूर्णिका* 💐
3786.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
कुंए में उतरने वाली बाल्टी यदि झुकती है
कुंए में उतरने वाली बाल्टी यदि झुकती है
शेखर सिंह
Loading...