सिंदूर 🌹
सिंदूर :
तू बन जाना मेरी मांग का सिन्दूर
में तेरे हाथो की घड़ी बन जाउंगी
जी भर के अपनी आँखे सेकना
तुम पल पल मुझे यू ही देखना
तेरे गम बहेंगे मेरी आँखों से
में तेरे होठो की हंसी बन मुस्कुराऊगी..
तेरे चेहरे मे मेरा नूर होगा,
फिर तू कभी ना मुझसे दूर होगा,
सिंदूर का रंग भरे ही लाल होगा,
जिंदगी मे खुशियां अपरंपार होगा
सोच क्या ख़ुशी मिलेगी यार मुझे उस पल,
जिस पल मेरी मांग मे तेरे नाम का सिंदूर होगा ll
रंजीत कुमार पात्रे
कोटा बिलासपुर