साहिल पर खड़े खड़े हमने शाम कर दी।
साहिल पर खड़े खड़े हमने शाम कर दी।
अपना दिल और दुनिया आप के नाम कर दी।
यह भी न सोचा कैसे गुजरेगी यह ज़िंदगी।
बिना सोचे समझे हर खुशी आप के नाम कर दी।
(साहिल अहमद)
साहिल पर खड़े खड़े हमने शाम कर दी।
अपना दिल और दुनिया आप के नाम कर दी।
यह भी न सोचा कैसे गुजरेगी यह ज़िंदगी।
बिना सोचे समझे हर खुशी आप के नाम कर दी।
(साहिल अहमद)