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26 Apr 2024 · 1 min read

साहिल पर खड़े खड़े हमने शाम कर दी।

साहिल पर खड़े खड़े हमने शाम कर दी।
अपना दिल और दुनिया आप के नाम कर दी।
यह भी न सोचा कैसे गुजरेगी यह ज़िंदगी।
बिना सोचे समझे हर खुशी आप के नाम कर दी।
(साहिल अहमद)

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