सबका प्यार मुकबल हो
सबका प्यार मुकबल हों,ये जरूरी तो नहीं
जितना चाहा हमने ओ भी हमें उतना ही चाहें ये जरूरी तो नहीं।।
नीतू साह
हुसेना बंगरा, सीवान-बिहार
सबका प्यार मुकबल हों,ये जरूरी तो नहीं
जितना चाहा हमने ओ भी हमें उतना ही चाहें ये जरूरी तो नहीं।।
नीतू साह
हुसेना बंगरा, सीवान-बिहार