साहस
साहस व्यक्ति विशेष का वह अंतर्निहित गुण है, जो उसे निर्भीकता से संकटों से सामना करने के लिए प्रेरित करता है।
साहसी व्यक्ति भय की काल्पनिकता से निरापद रहकर आत्मविश्वास से परिपूर्ण योजनाबद्ध तरीके से संकटों के निराकरण का हल वास्तविकता के धरातल पर ढूंढता है।
किसी समस्या से निपटने के लिए वह अपनी व्यक्तिगत सोच पर निर्भर रहता है , तथा समय नष्ट न करते हुए व्यवहारिकता को दृष्टिगत रखकर तुरंत कार्य निष्पादन हेतु निर्णय लेता है।
साहसी व्यक्ति के लिए कोई भी कार्य असाध्य प्रतीत नहीं होता है। वह हमेशा व्यक्तिगत स्वार्थ से ऊपर उठकर लोकहित के बारे में सोचता है।
विपरीत परिस्थितियों में भी उसका मनोबल नहीं टूटता और वह सतत् संघर्षरत रहकर सफलता प्राप्त करने का प्रयास करता रहता है।
किसी भी कार्य को निष्पादित करने में उसकी सकारात्मक सोच एवं कर्मनिष्ठा उसे भविष्य में होने वाले हानि लाभ की चिंता न करते हुए कर्म करते रहने को प्रेरित करती रहती है।
जीवट वाले व्यक्ति दूसरों के प्राणों की रक्षा हेतु अपने प्राणों का उत्सर्ग करने से भी नहीं चूकते।
साहसी लोग विरले ही होते हैं , उनका अंतर्निहित विशेष गुण उन्हें सामान्य व्यक्तियों से अलग श्रेणी में रखकर श्रेष्ठ बनाता है।
वे अपने साहसिक कार्यों से इतिहास की रचना करते हैं , जिन्हें सदैव श्रृद्धा पूर्वक स्मरण किया जाता है।