Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Aug 2024 · 1 min read

सैनिक की पत्नी की मल्हार

सावन की मल्हारें गायें , या मोर पपीहा गाँव बुलाये
चूनर अपनी लहरा देना, मैं समझूंगा बादल आये

जब बरसेगी बरखा रानी, याद आयेगी मेरी जवानी
तुम काजल से लिख देना, अपनी ही कोई कहानी
झम झम झम झम बदरा बरसे,बूंदे तन में आग लगाये

माटी का एक कर्ज है हम पर, मैं तो फ़िदा हूँ धरती माँ पर
तू इक फौजी की पत्नी है, कैसे भारी हो विरह देश पर
तू घन को फिर समझा देना, कैसे फौजी घर को आये

मैं सजनी तेरी दुआ ये करती, सदा सुहाग हवाले करती
सीमा चौकी रहे सलामत, सुबह साँझ ये वन्दन करती
पिया हमारे ध्वज लहराएँ , सावन तो फिर मुड़ के आये

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 94 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr.Pratibha Prakash
View all
You may also like:
*परिवर्तन में छिपा हुआ है, सुख के रहस्य का शुभ झरना (राधेश्य
*परिवर्तन में छिपा हुआ है, सुख के रहस्य का शुभ झरना (राधेश्य
Ravi Prakash
सत्य का सामना करना आ गया।
सत्य का सामना करना आ गया।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
"मेरा प्यार "
DrLakshman Jha Parimal
उसकी मर्जी
उसकी मर्जी
Satish Srijan
बेफिक्री
बेफिक्री
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
सच्चा प्यार तो मेरा मोबाइल अपने चार्जर से करता है एक दिन भी
सच्चा प्यार तो मेरा मोबाइल अपने चार्जर से करता है एक दिन भी
Ranjeet kumar patre
خود کو وہ پائے
خود کو وہ پائے
Dr fauzia Naseem shad
I want my beauty to be my identity
I want my beauty to be my identity
Ankita Patel
ऊँचाई .....
ऊँचाई .....
sushil sarna
आँखों में सपनों को लेकर क्या करोगे
आँखों में सपनों को लेकर क्या करोगे
Suryakant Dwivedi
मुक्तक _ चाह नहीं,,,
मुक्तक _ चाह नहीं,,,
Neelofar Khan
पवित्र होली का पर्व अपने अद्भुत रंगों से
पवित्र होली का पर्व अपने अद्भुत रंगों से
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
🙅भड़ास🙅
🙅भड़ास🙅
*प्रणय प्रभात*
आगमन उस परलोक से भी
आगमन उस परलोक से भी
©️ दामिनी नारायण सिंह
यादों के तराने
यादों के तराने
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
भरे मन भाव अति पावन, करूँ मैं वंदना शिव की।
भरे मन भाव अति पावन, करूँ मैं वंदना शिव की।
डॉ.सीमा अग्रवाल
due to some reason or  excuses we keep busy in our life but
due to some reason or excuses we keep busy in our life but
पूर्वार्थ
माँ
माँ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
दिल पर करती वार
दिल पर करती वार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
"वाह रे जमाना"
Dr. Kishan tandon kranti
दो जून की रोटी
दो जून की रोटी
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
सेवा या भ्रष्टाचार
सेवा या भ्रष्टाचार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
एक हिम्मत, एक उम्मीद जगानी है,
एक हिम्मत, एक उम्मीद जगानी है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पुस्तक अनमोल वस्तु है
पुस्तक अनमोल वस्तु है
Anamika Tiwari 'annpurna '
बोलती आंखें🙏
बोलती आंखें🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बेटी
बेटी
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
हर एक अनुभव की तर्ज पर कोई उतरे तो....
हर एक अनुभव की तर्ज पर कोई उतरे तो....
कवि दीपक बवेजा
3127.*पूर्णिका*
3127.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
होली के रंग
होली के रंग
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
Loading...