सावन का महीना है भरतार
सावन का महीना है भरतार,
तू मुझे झूला झुलाने आइयो,
तू मुझे झूला झुलाने आइयो,
मै करूंगी तेरा इंतज़ार।।
हाथो की चूड़ियां लाना,
पैरो के बिछवे लाना,
मांग का सिंदूर लाना,
क्रीम पाउडर भी लाना,
मै करूंगी सोलह सिंगार,
सावन का महीना है भरतार।।
कानो के कुंडल लाना,
माथे का टीका लाना,
नाक की नाथ भी लाना,
माथे की बिंदिया लाना,
भूलना ना गले का हार।
सावन का महीना है भरतार।।
बालों के लिए गजरा लाना,
आंखों के लिए सुरमा लाना,
पैरो के लिए पायल लाना,
हाथो के लिए कंगन लाना,
मै सजुगी तेरे लिए भरतार।
सावन का महीना है भरतार।।
रेशम की डोरी लाना,
चांदी का पट्टा लाना,
ढोलक मंजीरा लाना,
संगीत की धूम मचाना,
तू झोटे देना मुझको यार।
सावन का महीना है भरतार।।
घाघरा चुनरी मत लाना,
साड़ी जम्फर मत लाना,
ये फैशन से अब बाहर,
केवल जींस टॉप ही लाना,
मै मैम बनूंगी तेरी यार,
सावन का महीना है भरतार।।
अब बागो में झूले नही डलते,
अब केवल पिकनिक पर चलते,
इंग्लिश मूवी हम देखेंगे,
मस्ती दोनो हम करेंगे,
फिर जाएंगे दोनो डांस बार।
सावन का महीना है भरतार।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम