Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Jan 2022 · 1 min read

सावनी गीत

छायी सावन में हरियाली,
सन हवा चली मतवाली।

रिमझिम-रिमझिम पड़े फुहार,
दामिनि चमक करे उजियार।
ये तो बदली है काली-काली,
सन हवा चली मतवाली ।।1।।

झूम – झूम गावत कजरी,
बूँदन माँग भरे बदरी ।
चूनर उड़ती गोटे वाली,
सन हवा चली मतवाली।।2।।

गोरे हाथों मेंहदी रचा के,
भीनी-भीनी गजरा सजा के।
गोरी पहने कानों में बाली,
सन हवा चले मतवाली।।3।।

झूला झूलत सारी सखियाँ,
राह निहारे कारी अँखियाँ।
भोली सूरत मधु की प्याली,
सन हवा चली मतवाली।।4।।
**माया शर्मा,पंचदेवरी,गोपालगंज(बिहार)**

Language: Hindi
Tag: गीत
273 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"असफलता"
Dr. Kishan tandon kranti
माता - पिता
माता - पिता
Umender kumar
माया मोह के दलदल से
माया मोह के दलदल से
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कभी
कभी
Ranjana Verma
*शहर की जिंदगी*
*शहर की जिंदगी*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
मित्र कौन है??
मित्र कौन है??
Ankita Patel
गीत नया गाता हूँ
गीत नया गाता हूँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
17. बेखबर
17. बेखबर
Rajeev Dutta
प्रबुद्ध लोग -
प्रबुद्ध लोग -
Raju Gajbhiye
ये कैसा घर है. . .
ये कैसा घर है. . .
sushil sarna
तरुण वह जो भाल पर लिख दे विजय।
तरुण वह जो भाल पर लिख दे विजय।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
जा रहा हूँ बहुत दूर मैं तुमसे
जा रहा हूँ बहुत दूर मैं तुमसे
gurudeenverma198
विनती
विनती
Kanchan Khanna
जबसे तुमसे लौ लगी, आए जगत न रास।
जबसे तुमसे लौ लगी, आए जगत न रास।
डॉ.सीमा अग्रवाल
सफलता का मार्ग
सफलता का मार्ग
Praveen Sain
मैं दौड़ता रहा तमाम उम्र
मैं दौड़ता रहा तमाम उम्र
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
शोख लड़की
शोख लड़की
Ghanshyam Poddar
मेरे राम
मेरे राम
Prakash Chandra
बहुत वो साफ सुधरी ड्रेस में स्कूल आती थी।
बहुत वो साफ सुधरी ड्रेस में स्कूल आती थी।
विजय कुमार नामदेव
जनता का भरोसा
जनता का भरोसा
Shekhar Chandra Mitra
युवा
युवा
Akshay patel
मैं फक्र से कहती हू
मैं फक्र से कहती हू
Naushaba Suriya
झरोखा
झरोखा
Sandeep Pande
■ जानवर बनने का शौक़ और अंधी होड़ जगाता सोशल मीडिया।
■ जानवर बनने का शौक़ और अंधी होड़ जगाता सोशल मीडिया।
*Author प्रणय प्रभात*
हीरा उन्हीं को  समझा  गया
हीरा उन्हीं को समझा गया
दुष्यन्त 'बाबा'
जब तक बांकी मेरे हृदय की एक भी सांस है।
जब तक बांकी मेरे हृदय की एक भी सांस है।
Rj Anand Prajapati
🌸Prodigy Love-48🌸
🌸Prodigy Love-48🌸
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*हे हनुमंत प्रणाम : सुंदरकांड से प्रेरित आठ दोहे*
*हे हनुमंत प्रणाम : सुंदरकांड से प्रेरित आठ दोहे*
Ravi Prakash
वर्तमान राजनीति
वर्तमान राजनीति
नवीन जोशी 'नवल'
बाल कविता: जंगल का बाज़ार
बाल कविता: जंगल का बाज़ार
Rajesh Kumar Arjun
Loading...