सार -आज की प्रेम कहानियां
मेरी हर प्रेम कहानी अक्सर यूं ही टूट जाती है
शुरू होने से पहले ही हर बार खत्म हो जाती है
पसंद की जिस लड़की से भी बात शुरू होती है
अफसोस, वो पहले से किसी की प्रेमिका होती है ।।
हर बार जब भी कोई लड़की कहीं पसंद करता हूं
बस फिर हर पल उसी के बारे में सोचता रहता हूं
फिर बड़ी मुश्किल से उसका मोबाइल नंबर ले पाता हूं
और इंतजार करता हूं मैं उसके ऑनलाइन आने का ।।
इंतजार मुश्किल हो जाए तो एक मेसेज भेज देता हूं
दो फूलों के साथ सुप्रभात लिख के भेज देता हूं
मेसेज के नीचे टिक कब दो हो जाए यही देखता हूं
और इंतजार करता हूं उन टिक के हरे होने का ।।
ना हो टिक हरे तो मिस्ड कॉल करता हूं
वो जल्दी मेरा मेसेज देखें यही प्रार्थना करता हूं
उसका पहला मेसेज आने पर खुश हो जाता हूं
इंतजार करता हूं दिल की बात कहने का ।।
फिर थोड़ी हिचक के बाद, बात शुरू होती है धीरे धीरे
उसके दिल को मैं टटोलना शुरू करता हूं धीरे धीरे
साथी के बारे में वो भी बताती है फिर वो धीरे धीरे
और फिर से अफसोस करता हूं दिल के टूट जाने का ।।