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29 Jan 2019 · 1 min read

सार्थक वार्ता

समझौता वार्ता है
हर समस्या का
समाधान

सकारात्मक दृष्टिकोण
से करो वार्ता
चाहे बात देश की हो
या परिवार की

जब टूटता है
आपसी सामंजस्य
वैचारिक मतभेद
उभरने लगते है इसलिए
वार्ता सीधे
अपनों से करो
बीच वाले तो
बिगाड़ देते है बात सदा

पति पत्नी की वार्ता
होती है मजेदार
एक की दो पर
चलती है धार सदा
झुकने नही कोई
होता तैयार
वार्ता बनती
हथियार सदा

माँ बाप से
बच्चे करें वार्ता
उनका बांटे दुःख दर्द

कार्यालयों में चलती
बैठक वार्ताओ की
नतीजा निकले तो ठीक
नहीं तो फिर
अगली वार्ता पर होती
माथापच्ची

वार्ता पर सोच सही हो
तब ही होती सार्थक वार्ता

Language: Hindi
226 Views
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