सारे वाद तो चाय की दुकानों पर—–
अब तो सदन में जनहित के मुद्दों पर
चर्चे होते हैं कहाँ?
क्योंकिं सारे वाद तो चाय की दुकानों पर
सुलझाए जाने लगे हैं।।
अब तो सदन में जनहित के मुद्दों पर
चर्चे होते हैं कहाँ?
क्योंकिं सारे वाद तो चाय की दुकानों पर
सुलझाए जाने लगे हैं।।