Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Nov 2017 · 2 min read

सारस

???????
परिंदों का संसार बहुत ही सुंदर होता।
हर परिंदा किसी ना किसी खूबी से जाना जाता।।

सारस पक्षी का विशिष्ट संस्कृति महत्व से है नाता।
प्रथम ग्रंथ रामायण का श्रेय सारस पक्षी को जाता।।

सारस को भाता दलदली नदी का किनारा।
नमभूमि एवं तालाबों में होता इसका बसेरा।।

लम्बी गर्दन वाला पक्षी चोंच सुनहरा पाया।
सबसे बड़ा उड़ने वाला पक्षी यह कहलाया।।

श्वेत स्लेटी रंग के परों से ढका।
चिकना हरीतिमा कलगी पर की त्वचा।

लम्बी -लम्बी टांगे इसकी, धीमे-धीमे चाल।
सिर के ऊपरी हिस्से पर थोड़ी खुरदरी त्वचा लाल।।

सारस गंभीर स्वभाव का होता है शर्मिला।
हरदम संग जोड़ा में रहता नहीं कभी अकेला।।

आहार खोजते हुए खामोश सदा रहता।
जाड़े में एक बोल उठे, दूसरा तुरंत आवाज लगाता।।

वर्षा ऋतु के आगमन में प्रणय नृत्य करता।
सारस की पुकार बुलंद दिशाओं में गूंजता।।

चोंच गर्दन आसमान की तरफ सीधा रखता।
कुद-कुद कर विभिन्न तरह से पंखों को फड़फड़ाता।।

सारस पक्षी का युगल नृत्य बड़ा आकर्षक होता।
नवविवाहिता को इसका दर्शन शुभ कहलाता।।

एक बार जोड़ा बनने पर जीवन भर साथ निभाता।
साथी से बिछड़कर अपने ये प्राण त्याग कर देता।।

नर-मादा एक दूसरे के प्रति पूर्णतः समर्पित होता।
मादा सेती बच्चे अपना, नर भी साथ निभाता।।

सारस प्रतीक है त्याग, प्रेम और समर्पण का।
है आदर्श पवित्र सौभाग्यशाली दाम्पत्य जीवन का।।

सारस पक्षी का वर्णन लोक कथा गीतों में मिलता।
सारस का विराट व्यक्तित्व बड़ा आकर्षक लगता।।

घट रही है विश्वस्तर पर सारस पक्षी की संख्या।
ये जाति विलुप्त हो रही है करो समुचित सुरक्षा।।

मुख्य कारण है बढ़ता प्रदूषण व पर्यावरण बदलता।
बिजली के अति उच्चधारा वाले तार से भी है खतरा।।
—लक्ष्मी सिंह ?☺

Language: Hindi
534 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all

You may also like these posts

आखिर तो हूँ एक
आखिर तो हूँ एक "परिंदा"
पंकज परिंदा
हर कोना गुलाबों सा ये महकाए हुए हैं
हर कोना गुलाबों सा ये महकाए हुए हैं
आकाश महेशपुरी
तुमको सोचकर जवाब दूंगा
तुमको सोचकर जवाब दूंगा
gurudeenverma198
ये कैसी आज़ादी ?
ये कैसी आज़ादी ?
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
साहित्यकार कौन
साहित्यकार कौन
Kanchan verma
लिव-इन रिलेशनशिप
लिव-इन रिलेशनशिप
लक्ष्मी सिंह
उसकी हिम्मत की दाद दी जाए
उसकी हिम्मत की दाद दी जाए
Neeraj Naveed
इस धरा का इस धरा पर सब धरा का धरा रह जाएगा,
इस धरा का इस धरा पर सब धरा का धरा रह जाएगा,
Lokesh Sharma
यह कैसा प्यार
यह कैसा प्यार
Abasaheb Sarjerao Mhaske
*नेत्रदान-संकल्प (गीत)*
*नेत्रदान-संकल्प (गीत)*
Ravi Prakash
कविता
कविता
Shweta Soni
LOST AND FOUND
LOST AND FOUND
Chitra Bisht
The Unknown Road.
The Unknown Road.
Manisha Manjari
बहुत खूबसूरत सुबह हो गई है।
बहुत खूबसूरत सुबह हो गई है।
surenderpal vaidya
"कलाकार"
Dr. Kishan tandon kranti
अहाना छंद बुंदेली
अहाना छंद बुंदेली
Subhash Singhai
# खरी बात
# खरी बात
DrLakshman Jha Parimal
दुनिया में कहीं से,बस इंसान लाना
दुनिया में कहीं से,बस इंसान लाना
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
निजर न आवै बीर
निजर न आवै बीर
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस
Mahender Singh
तुम मुझे मेरा गिफ़्ट ये देना.....
तुम मुझे मेरा गिफ़्ट ये देना.....
MEENU SHARMA
चलते रहना ही जीवन है।
चलते रहना ही जीवन है।
संजय कुमार संजू
काव्य की आत्मा और सात्विक बुद्धि +रमेशराज
काव्य की आत्मा और सात्विक बुद्धि +रमेशराज
कवि रमेशराज
#नमन्-
#नमन्-
*प्रणय*
जलाओ प्यार के दीपक खिलाओ फूल चाहत के
जलाओ प्यार के दीपक खिलाओ फूल चाहत के
आर.एस. 'प्रीतम'
बाजारवाद
बाजारवाद
कार्तिक नितिन शर्मा
कोई दुख नहीं
कोई दुख नहीं
Meera Thakur
3930.💐 *पूर्णिका* 💐
3930.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Yogmaya Sharma
नारी सम्मान
नारी सम्मान
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
Loading...