सादा जीवन उच्च विचार
आज का दौर फैशन का दौर है।हर व्यक्ति फैशन के पीछे भाग रहा है।व्यक्ति अपनी आमदनी का एक बड़ा हिस्सा खुद को सुन्दर दिखाने में खर्च कर रहा।जीवन से सादगी गायब होती जा रही है।
आज के समय में दुनिया में दिखावा अधिक है,वास्तविकता कम है।इस दिखावे के चक्कर में हम बिना योग्यता के दुसरो की बराबरी करने लगते है,और कर्ज तले दबते जाते है।
अगर हमारे पड़ोसी के यहाँ नई कार खरीदी गयी है तो हम भी जल्दी से जल्दी कार खरीदने की कोशिश में लग जाते है।इसके लिए हम कर्ज लेते है और कई सालो तक किश्ते भरते रहते है।
शहरी जीवन तो पूरा का पूरा लोन आधारित होता जा रहा है।मकान ,कार,लैपटॉप,फर्नीचर सब कुछ लोन से लिया जाता है।और इन सबकी मासिक क़िस्त चुकाते चुकाते कब बुढ़ापा दस्तक दे देता है,पता ही नहीं चलता।
अगर हम अपने जीवन में सुकून और शांति चाहते है तो हमें सादा जीवन उच्च विचार का मन्त्र अपनाना होगा।हमें स्थायी ख़ुशी की तलाश करनी होगी,और वो ख़ुशी हमें मिलेगी दोस्तों में ,परिवार के साथ,छोटे बच्चों के साथ और प्रकृति के सानिध्य में।
तो दोस्तों दिखावे को अलविदा कहिये।और अपने परिवार के साथ ऐसी जीवनशैली अपनाइये जिसमे प्रेम,आत्मीयता,शांति और सुकून हो।