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24 May 2022 · 1 min read

साथ तुम्हारा

थोड़ी देर का
साथ तुम्हारा
वो आतुर नज़रों का
पहला परिचय..
एक अन्जानी सी
खुशबू का
अंर्तमन पर छा जाना!
अधरों का चुपके से..
अपरिमित प्रेम का
कोना पकड़कर,
शुकराना कर जाना..
एक छोटी सी
साॅंझ का!
क्षितिज पर
रूक जाना
वो थोड़ी देर का
साथ तुम्हारा..
कितना याद आता है ना?

स्वरचित
रश्मि लहर

Language: Hindi
4 Likes · 388 Views

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