*साथ तुम्हारा मिला प्रिये तो, रामायण का पाठ कर लिया (हिंदी ग
साथ तुम्हारा मिला प्रिये तो, रामायण का पाठ कर लिया (हिंदी गजल)
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1)
साथ तुम्हारा मिला प्रिये तो, रामायण का पाठ कर लिया
कथा राम-सीता की गाई, मन में शुभ उजियार भर लिया
2)
झूठ बोलकर सारा जीवन, हमने पाप कमाया लेकिन
अंत समय में जो सच बोला, वैतरणी को पूर्ण तर लिया
3)
प्रभु की लीला रची-रचाई, पहले से ही सारी तय थी
पुष्पवाटिका में जो भाया, सीता जी ने उसे वर लिया
4)
एक जरा-सी गलती थी जो, लक्ष्मण-रेखा को लॉंघा था
सीता जी की इस गलती से, रावण ने आ उन्हें हर लिया
5)
रामराज्य की नींव भरत की, डाली थी शुभ त्याग-वृत्ति ने
चरण-पादुका धरी इस तरह, माथे पर ज्यों ताज धर लिया
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रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451