Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Dec 2023 · 1 min read

*साथ तुम्हारा मिला प्रिये तो, रामायण का पाठ कर लिया (हिंदी ग

साथ तुम्हारा मिला प्रिये तो, रामायण का पाठ कर लिया (हिंदी गजल)
_________________________
1)
साथ तुम्हारा मिला प्रिये तो, रामायण का पाठ कर लिया
कथा राम-सीता की गाई, मन में शुभ उजियार भर लिया
2)
झूठ बोलकर सारा जीवन, हमने पाप कमाया लेकिन
अंत समय में जो सच बोला, वैतरणी को पूर्ण तर लिया
3)
प्रभु की लीला रची-रचाई, पहले से ही सारी तय थी
पुष्पवाटिका में जो भाया, सीता जी ने उसे वर लिया
4)
एक जरा-सी गलती थी जो, लक्ष्मण-रेखा को लॉंघा था
सीता जी की इस गलती से, रावण ने आ उन्हें हर लिया
5)
रामराज्य की नींव भरत की, डाली थी शुभ त्याग-वृत्ति ने
चरण-पादुका धरी इस तरह, माथे पर ज्यों ताज धर लिया
—————————————
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

313 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

"दोस्ती-दुश्मनी"
Dr. Kishan tandon kranti
कहमुकरी
कहमुकरी
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
सत्ता की हवस वाले राजनीतिक दलों को हराकर मुद्दों पर समाज को जिताना होगा
सत्ता की हवस वाले राजनीतिक दलों को हराकर मुद्दों पर समाज को जिताना होगा
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
*You Reap What You Sow*
*You Reap What You Sow*
Veneeta Narula
सत्य और धर्म
सत्य और धर्म
Ritu Asooja
जश्न आजादी का ....!!!
जश्न आजादी का ....!!!
Kanchan Khanna
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
sushil sarna
वो पत्थर याद आते हैं
वो पत्थर याद आते हैं
प्रकाश कुमार "बाग़ी"
क्रोध...
क्रोध...
ओंकार मिश्र
4 खुद को काँच कहने लगा ...
4 खुद को काँच कहने लगा ...
Kshma Urmila
ऊटपटाँग
ऊटपटाँग
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
नज़रें
नज़रें
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
लखनऊ शहर
लखनऊ शहर
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
ಕಡಲ ತುಂಟ ಕೂಸು
ಕಡಲ ತುಂಟ ಕೂಸು
Venkatesh A S
मत मन को कर तू उदास
मत मन को कर तू उदास
gurudeenverma198
#लघुकथा
#लघुकथा
*प्रणय*
फिर एक आम सी बात पर होगा झगड़ा,
फिर एक आम सी बात पर होगा झगड़ा,
Kalamkash
धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
निराशा क्यों?
निराशा क्यों?
Sanjay ' शून्य'
You have limitations.And that's okay.
You have limitations.And that's okay.
पूर्वार्थ
रिश्ते
रिश्ते
सिद्धार्थ गोरखपुरी
ईश्वर से साक्षात्कार कराता है संगीत
ईश्वर से साक्षात्कार कराता है संगीत
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
From Dust To Diamond.
From Dust To Diamond.
Manisha Manjari
तख्तापलट
तख्तापलट
Shekhar Chandra Mitra
विश्व कप
विश्व कप
Pratibha Pandey
थी हरारत बस बदन को ,.....
थी हरारत बस बदन को ,.....
sushil yadav
डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त
डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*दिल के सारे राज खोलूँ*
*दिल के सारे राज खोलूँ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ग़ज़ल _ थी पुरानी सी जो मटकी ,वो न फूटी होती ,
ग़ज़ल _ थी पुरानी सी जो मटकी ,वो न फूटी होती ,
Neelofar Khan
24/235. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/235. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...