Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jun 2024 · 1 min read

साथी

साथी का कोई निश्चित पैमाना नहीं है
जो साथ निभाए वही साथी होता है
भाई, बहन, मां बाप, सगे संबंधी
अथवा कोई रिश्तेदार,
मित्र, पड़ोसी या सहयोगी हो
या फिर जीवन साथी हो
कोई भी हो सकता है हमारा साथी
उसके रुप अलग अलग हो सकते हैं।
सच्चा साथी हम उसे ही कह सकते हैं
जो सुख दुख में हमारा साथ दे
हमारी ताकत हमारा संबल बने।
जब हम हार रहे हों
निराशा के भवंर में डूबते जा रहे हों
अवसाद की दलदल में धंसते जा रहे हों,
कुंठाग्रस्त हो अपने आप से अन्याय करने लगे हों
तब साथी की पहचान होती है
जो अपना सब कुछ दांव पर लगा देता हो
हममें अपने आप को देखता हो
हमारे वजूद के साथ अपने वजूद को जोड़ लेता है
उसे ही सच्चा साथी कहा जा सकता है।
जिस पर हम आँख मूंदकर विश्वास कर सकते हों
जिसका साथ होने पर
हम आत्मविश्वास से भर जाते हों,
जिस पर खुद से ज्यादा विश्वास करते हों
ऐसा कोई यदि हमारे साथ होता है
उसे ही हम वास्तव में संपूर्ण साथी कह सकते हैं
और दिल से उसे ही साथी मानते हैं।

सुधीर श्रीवास्तव
गोण्डा उत्तर प्रदेश

Language: Hindi
1 Like · 15 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्रबुद्ध कौन?
प्रबुद्ध कौन?
Sanjay ' शून्य'
हार जाती मैं
हार जाती मैं
Yogi B
गाँव कुछ बीमार सा अब लग रहा है
गाँव कुछ बीमार सा अब लग रहा है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
"दीपावाली का फटाका"
Radhakishan R. Mundhra
शुद्धिकरण
शुद्धिकरण
Kanchan Khanna
याद  में  ही तो जल रहा होगा
याद में ही तो जल रहा होगा
Sandeep Gandhi 'Nehal'
माना दौलत है बलवान मगर, कीमत समय से ज्यादा नहीं होती
माना दौलत है बलवान मगर, कीमत समय से ज्यादा नहीं होती
पूर्वार्थ
🌸 आने वाला वक़्त 🌸
🌸 आने वाला वक़्त 🌸
Mahima shukla
प्रेम में डूबे रहो
प्रेम में डूबे रहो
Sangeeta Beniwal
मुस्कान
मुस्कान
Neeraj Agarwal
मेरा भारत देश
मेरा भारत देश
Shriyansh Gupta
मौत से बढकर अगर कुछ है तो वह जिलद भरी जिंदगी है ll
मौत से बढकर अगर कुछ है तो वह जिलद भरी जिंदगी है ll
Ranjeet kumar patre
आप देखो जो मुझे सीने  लगाओ  तभी
आप देखो जो मुझे सीने लगाओ तभी
दीपक झा रुद्रा
मैं अपना सबकुछ खोकर,
मैं अपना सबकुछ खोकर,
लक्ष्मी सिंह
तेरा - मेरा
तेरा - मेरा
Ramswaroop Dinkar
"" *हाय रे....* *गर्मी* ""
सुनीलानंद महंत
बिटिया और धरती
बिटिया और धरती
Surinder blackpen
यह कौनसा आया अब नया दौर है
यह कौनसा आया अब नया दौर है
gurudeenverma198
सफर या रास्ता
सफर या रास्ता
Manju Singh
"रिश्ते की बुनियाद"
Dr. Kishan tandon kranti
सावन साजन और सजनी
सावन साजन और सजनी
Ram Krishan Rastogi
छंद मुक्त कविता : जी करता है
छंद मुक्त कविता : जी करता है
Sushila joshi
दीपों की माला
दीपों की माला
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
उमंग
उमंग
Akash Yadav
कल शाम में बारिश हुई,थोड़ी ताप में कमी आई
कल शाम में बारिश हुई,थोड़ी ताप में कमी आई
Keshav kishor Kumar
बात पुरानी याद आई
बात पुरानी याद आई
नूरफातिमा खातून नूरी
*बहन और भाई के रिश्ते, का अभिनंदन राखी है (मुक्तक)*
*बहन और भाई के रिश्ते, का अभिनंदन राखी है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
धनतेरस और रात दिवाली🙏🎆🎇
धनतेरस और रात दिवाली🙏🎆🎇
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
2736. *पूर्णिका*
2736. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...