Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jun 2020 · 1 min read

साथी

चलते चलते यूं ही कट रहा था सफ़र, कि एक साथी नजर आ गया
हमको लगा यूं कि हमारा माझी नजर आ गया।
नैया हमारी डूब रही थी मझधार में ,ऐसा लगा कि हमारा किनारा नजर आ गया।
चलते चलते यूं ही कट रहा था सफ़र, कि एक साथी नजर आ गया।
मंजिल तो आ रही थी नजर, मगर रास्ता न ढूंढ पाए थे हम,
ऐसा लगा कि हमारा रास्ता नजर आ गया ।
चलते चलते यूं ही कट रहा था सफर कि एक साथी नजर आ गया।

खुशियां आ गई थी बाहों में हमारी, इन खुशियों को बांटने वाला हमसफर नजर आ गया।
चलते चलते यूंही कर रहा था सफर कि एक साथी नजर आ गया।
हमको लगायूं कि हमारा माझी नजर आ गया।

6 Likes · 5 Comments · 332 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Dil toot jaayein chalega
Dil toot jaayein chalega
Prathmesh Yelne
😢न्याय का हथौड़ा😢
😢न्याय का हथौड़ा😢
*प्रणय*
रक्षाबंधन की सभी भाई बहनों को हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाईयां
रक्षाबंधन की सभी भाई बहनों को हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाईयां
Neelofar Khan
बेसहारों को देख मस्ती में
बेसहारों को देख मस्ती में
Neeraj Mishra " नीर "
जीवन चक्र
जीवन चक्र
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
शॉल (Shawl)
शॉल (Shawl)
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
यूं जी भर जी ना पाओगे, ना ही कभी मर पाओगे,
यूं जी भर जी ना पाओगे, ना ही कभी मर पाओगे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तन्त्र- मन्त्र बेकार सब,
तन्त्र- मन्त्र बेकार सब,
sushil sarna
" उम्मीद "
Dr. Kishan tandon kranti
रिश्तों की बंदिशों में।
रिश्तों की बंदिशों में।
Taj Mohammad
जिंदगी गुज़र जाती हैं
जिंदगी गुज़र जाती हैं
Neeraj Agarwal
ज़िंदगी देख
ज़िंदगी देख
Dr fauzia Naseem shad
खेल संग सगवारी पिचकारी
खेल संग सगवारी पिचकारी
Ranjeet kumar patre
प्रश्न - दीपक नीलपदम्
प्रश्न - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
अपराजिता
अपराजिता
Shashi Mahajan
Millions of people have decided not to be sensitive. They ha
Millions of people have decided not to be sensitive. They ha
पूर्वार्थ
मां चंद्रघंटा
मां चंद्रघंटा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
वियोग आपसी प्रेम बढ़ाता है...
वियोग आपसी प्रेम बढ़ाता है...
Ajit Kumar "Karn"
4640.*पूर्णिका*
4640.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो..
आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो..
कवि दीपक बवेजा
शाम
शाम
Kanchan Khanna
वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई
वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*जो सत्य सनातन का गायक, जो भगवा को लहराता है (राधेश्यामी छंद
*जो सत्य सनातन का गायक, जो भगवा को लहराता है (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
खाली सी सड़क...
खाली सी सड़क...
शिवम "सहज"
बदला सा व्यवहार
बदला सा व्यवहार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
नाबालिक बच्चा पेट के लिए काम करे
नाबालिक बच्चा पेट के लिए काम करे
शेखर सिंह
प्रेम परिवर्तन के ओर ले जाता है, क्रोध प्रतिशोध के ओर, दोनों
प्रेम परिवर्तन के ओर ले जाता है, क्रोध प्रतिशोध के ओर, दोनों
Ravikesh Jha
वजह बन
वजह बन
Mahetaru madhukar
“श्री गणेश”
“श्री गणेश”
Neeraj kumar Soni
मैं इस दुनिया का सबसे बुरा और मुर्ख आदमी हूँ
मैं इस दुनिया का सबसे बुरा और मुर्ख आदमी हूँ
Jitendra kumar
Loading...